Winning Bizness Desk
हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट के बाद संकट में घिरे अडानी ग्रुप ने सोमवार को दमदार तरीके से अपनी बात रखी और कहा कि उसके पोर्टफोलियो की हर कंपनी की बैलेंस शीट बहुत मजबूत है. बताना जरूरी है कि हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट ने उद्योगपति गौतम अडानी के अडानी समूह की कंपनियों का बुरा हाल किया हुआ है. ग्रुप की कंपनियों के शेयर्स लगातार गिरावट का सामना कर रहे हैं. अब अडानी ग्रुप ने दावा किया है कि उसके पोर्टफोलियो की सभी कंपनियों की बैलेंस शीट बहुत स्ट्रॉन्ग है. इतना ही नहीं ग्रुप के पास अपने बिजनेस प्लान को पूरा करने के लिए भरपूर पैसा है. शेयर बाजार में लगातार गिरावट का सामना कर रहे अडानी ग्रुप ने कहा कि उसकी कंपनियों में कॉरपोरेट गवर्नेंस का स्तर मजबूत है. कंपनियों के पास सुरक्षित एसेट्स हैं. अडानी ग्रुप का कहना है कि उसका कैश फ्लो बढ़िया है. कंपनी के बिजनेस प्लान के लिए भरपूर पैसा है. कंपनी के प्रवक्ता का ये बयान उस खबर पर आया है जिसमें दावा किया गया है कि शेयर मार्केट में हो रहे नुकसान के चलते अडानी ग्रुप अपने रिवेन्यू ग्रोथ टारगेट को आधा कर रहा है. वहीं कंपनी अपने कैपिटल एक्सपेंडिचर के स्तर को भी नीचे ला रहा है.
बाजार के स्थिर होने का इंतजार
समूह के प्रवक्ता का कहना है कि बाजार में जारी उथल-पुथल स्थिर होते ही समूह की प्रत्येक कंपनी अपनी पूंजी बाजार रणनीति की समीक्षा करेगी. निश्चिंत रहें, शेयरधारकों को बेहतर लाभ देने के लिए हमारा अपनी कंपनियों में विश्वास मजबूत बना हुआ है. हालांकि प्रवक्ता के इस बयान के बावजूद समूह की कंपनियों के शेयर में गिरावट जारी है. सोमवार को भी समूह की कंपनियों के शेयर गिरकर बंद हुए. 24 जनवरी से लेकर आज तक के कारोबारी दिनों में अडानी समूह की कंपनियों (अंबुजा, एसीसी और एनडीटीवी सहित) का मार्केट कैपिटलाइजेशन लगभग 10.2 लाख करोड़ रुपये यानी लगभग 53 प्रतिशत घट चुका है.
हिंडनबर्ग के खिलाफ अमेरिका में केस
इस बीच खबर है कि हिंडनबर्ग के खिलाफ केस लड़ने के लिए अडानी ग्रुप अमेरिका की सबसे महंगी लॉ फर्म वाचटेल, लिप्टन, रोसेन एंड काट्ज के साथ डील कर रहा है. इस कंपनी की सफलता को ऐसे समझ सकते हैं कि जब एलन मस्क ने Twitter Deal के 44 अरब डॉलर देने से मना कर दिया था, तब ट्विटर ने भी इसी फर्म की सहायता ली थी. माना जाता है कि वाचटेल के वकील काफी महंगे होते हैं. यह लॉ फर्म अमेरिका की सबसे ज्यादा मुनाफा कमाने वाली लॉ कंपनियों में से एक है. इस लॉ फर्म में काम करने वालों को औसतन हर साल 80 करोड़ डॉलर मिलते हैं.